दिल्ली में खिलजी की कब्र

Khilji's Grave in Delhi (History of Delhi)

विवादों के बीच फिल्म पद्मावत का प्रदर्शन जारी है और वह सफलता के झंडे गाड़ रही है। इसी बीच फिल्म के खलनायक अलाउद्दीन खिलजी की ओर भी ध्यान जाना लाजिमी है। उसकी सल्तनत और शासन की तो जानकारी इतिहास में कहीं न कहीं मिल जाती है, लेकिन मौत और उसके बाद के नामोनिशान को लेकर ठीक-ठीक तथ्य नहीं मिल पाते हैं।

इन सबके बीच दावा किया जाता है कि कुतुबमीनार परिसर में एक चबूतरे के नीचे खिलजी वंश के इस आक्रांता की कब्र है, जहां से पर्यटक यूं ही गुजर जाते हैं। हालांकि इतिहासकारों के बीच इसे लेकर मतभेद है। तब भी अलाई दरवाजा और एक खंडित मदरसे के कारण यह स्थान अलाउद्दीन खिलजी की कब्रगाह के तौर पर सबसे सशक्त दावा रखता है।

हर रोज 10 से 12 हजार देश-विदेश के पर्यटक गगनचुंबी कुतुबमीनार को देखने के लिए दूर-दूर से आते हैं। शनिवार और रविवार को पर्यटकों का यह आंकड़ा 15 हजार तक पहुंच जाता है। कुतुबमीनार को देखने के साथ ही पर्यटक यहा लगे लौह स्तंभ को भी बड़े गौर से देखते हैं। कुतुबमीनार से सटे परिसर में अलाउद्दीन खिलजी के मकबरे के साथ ही मदरसा है। मीनार से करीब 100 कदम दाएं चलने पर एक गिर चुके गुम्बद के नीचे चौकोर आकार का चबूतरा है। कहा जाता है कि यही अलाउद्दीन खिलजी की कब्र है। सन 1316 में खिलजी की मौत हो गई थी। इसी मकबरे से सटा हुआ एक मदरसा भी निर्मित है। खिलजी ने बच्चों को पारंपरिक तालीम देने के लिए इस मदरसे का निर्माण कराया था।

कब्र से खामोशी के साथ गुजर जाते हैं हुजूम

आज आलम यह है कि खिलजी की कब के पास से लोगों का हुजुम खामोशी के साथ गुजर जाता है। लोग सेल्फी लेते हैं, इधर-उधर घूमते हैं, लेकिन इतिहास के एक दुर्दात आक्रांता की तरफ उनका ध्यान नहीं जाता है। इसी परिसर में खिलजी द्वारा बनवाया गया अलाई दरवाजा भी है। थोड़ी ही दूर पर अलाई मीनार भी मौजूद है। खिलजी ने कुतुबमीनार से 2 गुनी ऊंची मीनार बनाने के लिए इसकी शुरुआत कराई थी। अलाउद्दीन खिलजी ने 1303 में हौजखास एंक्लेव के पास सीरीफोर्ट का निर्माण कराया था। उसने इसी किले से शासन किया। कुछ साल पहले इस किले की जमीन में मिली दीवार का संरक्षण कार्य कराया गया है। खिलजी काल में बनी तोहफे वाली मस्जिद का कुछ हिस्सा शाहपुरजट गांव के पास आज भी मौजूद है।

एएसआइ के प्रवक्ता डीएन डिमरी कहते हैं कि अलाउद्दीन खिलजी को लेकर एएसआइ के पास जितनी जानकारी है, उसके अनुसार उसका कार्यकाल 1296 से 1316 तक रहा। 1303 में उसने सीरी के किले का निर्माण कराया और यहीं से शासन किया। ऐसा विश्वास किया जाता है कि कुतुबमीनार परिसर में अलाई मीनार व मदरसे का निर्माण कराया। इसी के निकट इसका मकबरा है।

- वी के शुक्ला, नई दिल्ली

https://www.jagran.com/delhi/new-delhi-city-khilji-tomb-17434696.html

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